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23 May 2022 · 1 min read

पिता

पिता

पिता की याद
जीवन भर आती
नमन तुम्हें ।

जब थे आप
नहीं था सिर भार
आप सम्हाले।

आप की सीख
समझ अब पाया
जीवन सार।

पिता दायित्व
बरगद सी छाया
सुखी संतान ।

आप का प्यार
साहस का भवन
योग्य बनाया ।

पहचान दी
आपका आशीर्वाद
है स्वाभिमान ।

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