*”पिता”*
“पिता”
जीवन का अनमोल तोहफा दिया कड़ी मेहनत करते वो पिता है।
गम के अंधेरे में उम्मीद का दामन थाम लिया करते वो पिता है।
वो आदर्श पिता है…..! ! !
जिंदगी की धूप में कल्पवृक्ष सा छाँव दे जाते वो पिता है।
बच्चों का उज्ज्वल भविष्य संवारने विश्वास की सीढ़ी बन जाते वो पिता है।
वो आदर्श पिता है ….! ! !
कठिन परिश्रम कर तिनका तिनका जोड़ आशियाना बनाते वो पिता है।
जीवन की सारी सुख सुविधाएं उपलब्ध कराते वो पिता है।
भावी जीवन पीढ़ी दर पीढ़ी कठिनाई महसूस कर हौसला बढ़ाते वो पिता है।
वो आदर्श पिता है ….! ! !
ना कोई गिला शिकवा ना कोई माथे पे शिकन हर मुसीबतों का बोझ पीठ पर लाद लेते वो पिता है।
गहरी खाई हो या ऊंची इमारत हो वर्तमान स्थिति से उबरने सेतु बन जाते वो पिता है।
वो आदर्श पिता हैं ….! ! !
बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की खातिर कितनी भी मुश्किलों का सामना हंसते हुए पार कर लेता वो पिता है।
इंसान के रूप में परिवार के लिए शांतचित्त ह्रदय वाला ईश्वर वो पिता है।
वो आदर्श पिता है ….! ! !
शिक्षा व संस्कार देने की क्षमता रखता है वो पिता है।
शशिकला व्यास✍️