पिता
पिता
संतति के आधार पिता हैं, संतति के संसार पिता हैं
संतति है नौका में बैठी , नौका खेवनहार पिता हैं
कैसे घर का खर्च चलाएं , कैसे रोटी – दाल जुटाएं
है बेटी बीमार पड़ गई , उसकी दवा कहां से लाएं
घर की गाड़ी कैसे डगरे, करते सदा विचार पिता हैं
संतति के आधार पिता हैं , संतति के संसार पिताहैं
मुन्ना को फुटबॉल चाहिए , टाई ,बेल्ट ,रुमाल चाहिए
साथ-साथ मुन्नी बिटिया को,नई फ्रॉक तत्काल चाहिए
बच्चों का हर सपना पूरा करने के औज़ार पिता हैं
संतति के आधार पिता हैं , संतति के संसार पिता हैं
किससेे कैसे बात करेंगे , कैसे दिन शुरुआत करेंगे
पढ़कर कुछ बनना है तो फिर ,कैसे श्रम दिन रात करेंगे
ऐसे सद्गुण निज बच्चों में , भरते बारंबार पिता हैं
संतति के आधार पिता हैं , संतति के संसार पिता हैं
है बेटी का ब्याह रचाना , उसके लिए दहेज जुटाना
सबकुछ देकर भी अवधू , बेटे वालों से प्यार न पाना
बिटिया विदा हुई तो छुपकर , रोते आँसू ढार पिता हैं
संतति के आधार पिता हैं , संतति के संसार पिता हैं
रचनाकार- अवध किशोर अवधू
ग्राम – बरवां
पोस्ट- लक्ष्मीपुर बाबू
जनपद – कुशीनगर( उत्तर प्रदेश)
पिन नंबर – 2744 07
मोबाइल नंबर-9918854285
दिनांक -16-05-2022