Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Apr 2022 · 1 min read

पिता – जीवन का आधार

हाँ पिता ही हैं, जीवन का आधार
घर की खुशियाँ पिता से ही हैं,
मुझे याद है अभी भी –
मेरी उँगली पकड़कर, बाजार को ले जाते
जब मैं थक जाता तो कन्धे पे बिठाके खूब सैर कराते ।

पिता पूरे परिवार को एक सूत्र में बाँधता है,
अपनी खुशियों को बच्चों की तरक्की में खोजता है,
बच्चों में अच्छे संस्कार के लिए
माँ के साथ पिता का भी अहम योगदान रहता है ।

बाहर से कठोर , अन्दर से कोमल
हाँ नारियल सा अस्तित्व रहता है,
पिता की छत्र – छाया में घर सुसज्जित
एवं सुरक्षित रहता है ।

जमाने भर का बोझ, वह बच्चों के लिए उठाता है,
लालन – पालन में कोई कमी न आ जाये,
इसलिए जी तोड़ मेहनत करता है,
बच्चों के सपनों को पूरा करने के लिए
हमेशा तत्पर रहता है ।

पिता तो ईश्वर की नेमत है,
पिता तो भौतिक एवं रासायनिक आधार है,
पिता से ही तो सारा जहां है,
माँ यदि धरती तो पिता आसमाँ है ।।

– आनन्द कुमार
हरदोई (उत्तर प्रदेश)

13 Likes · 14 Comments · 942 Views

You may also like these posts

"लबालब समन्दर"
Dr. Kishan tandon kranti
3131.*पूर्णिका*
3131.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सफर की यादें
सफर की यादें
Pratibha Pandey
चांद शेर
चांद शेर
Bodhisatva kastooriya
डाॅ. राधाकृष्णन को शत-शत नमन
डाॅ. राधाकृष्णन को शत-शत नमन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
पहली मुलाकात
पहली मुलाकात
Sagar Yadav Zakhmi
गज़ल
गज़ल
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
नमन करू
नमन करू
श्रीहर्ष आचार्य
जब पीड़ा से मन फटता हो
जब पीड़ा से मन फटता हो
पूर्वार्थ
बंदरबाँट
बंदरबाँट
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दिल की फरियाद सुनो
दिल की फरियाद सुनो
Surinder blackpen
दिखे ऊंट लंगूर
दिखे ऊंट लंगूर
RAMESH SHARMA
*शत-शत नमन प्रोफेसर ओमराज*
*शत-शत नमन प्रोफेसर ओमराज*
Ravi Prakash
मेरे हृदय की संवेदना
मेरे हृदय की संवेदना
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
दुश्मन
दुश्मन
Dr.Pratibha Prakash
बदल रहा है ज़माना मगर अंदाज़ नये है ।
बदल रहा है ज़माना मगर अंदाज़ नये है ।
Phool gufran
Nचाँद हमारा रहे छिपाये
Nचाँद हमारा रहे छिपाये
Dr Archana Gupta
😊लघु-कथा :--
😊लघु-कथा :--
*प्रणय*
विजया घनाक्षरी
विजया घनाक्षरी
Godambari Negi
पापा की तो बस यही परिभाषा हैं
पापा की तो बस यही परिभाषा हैं
Dr Manju Saini
स्वतंत्रता दिवस की पावन बेला
स्वतंत्रता दिवस की पावन बेला
Santosh kumar Miri
जिंदगी बहुत प्यार, करता हूँ मैं तुमको
जिंदगी बहुत प्यार, करता हूँ मैं तुमको
gurudeenverma198
गाथा बच्चा बच्चा गाता है
गाथा बच्चा बच्चा गाता है
Harminder Kaur
न जाने शोख हवाओं ने कैसी
न जाने शोख हवाओं ने कैसी
Anil Mishra Prahari
प्रेम भरे कभी खत लिखते थे
प्रेम भरे कभी खत लिखते थे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ये कैसे रिश्ते है
ये कैसे रिश्ते है
shabina. Naaz
हे राम!धरा पर आ जाओ
हे राम!धरा पर आ जाओ
Mukta Rashmi
मौसम
मौसम
Sumangal Singh Sikarwar
मुस्कुराती  बेटियों पे गिर रही है बिजलियाँ
मुस्कुराती बेटियों पे गिर रही है बिजलियाँ
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
रक्त रंजित सा दिखा वो, बादलों की ओट से।
रक्त रंजित सा दिखा वो, बादलों की ओट से।
श्याम सांवरा
Loading...