पिता के चरणों को नमन ।
पिता तुम्हारे चरणों को,
नमन करते बार-बार हैं ।
जन्म हुआ इस अद्भुत संसार में,
उसमें तुम्हारा आशीर्वाद है,
समर्पित किया अपने जीवन को,
ऐसा हृदय तुम्हारा विशाल है ।
पिता तुम्हारे चरणों को,
नमन करते बार-बार हैं ।।…..(१)
मेहनत करते निस्वार्थ भाव से,
ऐसे फलदार वृक्ष के समान हो,
तन-मन-धन सब अर्पित कर देते,
सागर से भी गहरा तुम्हारा प्यार है ।
पिता तुम्हारे चरणों को,
नमन करते बार-बार हैं ।।…..(२)
तुम्हारे चरणों की धूल हूंँ मैं,
कृपा तुम्हारी मेरे जीवन का आधार है,
जन्म-मरण के इस संसार में,
मेरे जीवन का करते उद्धार हो।
पिता तुम्हारे चरणों को,
नमन करते बार-बार हैं ।।….(३)
सुख की छाया हमको देते हो,
दुःख की गर्मी को तुम सहते रहते हो ,
कड़वा घूंँट तुम निगल लेते हो ,
अमृत का रस हमें देते हो ।
पिता तुम्हारे चरणों को,
नमन करते बार-बार हैं ।।…..(४)
नाम – बुद्ध प्रकाश,
शहर – मौदहा हमीरपुर ।