पिता की लाडली तो हर एक बेटी होती है, पर ससुर जी की लाडली होन
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पिता की लाडली तो हर एक बेटी होती है, पर ससुर जी की लाडली होना बड़े ही क़िस्मत की बात है और मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे पिता की बेटी हूँ जो बहू को भी अपनी बेटी मानते हैं
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”