पिता की डायरी
#पिताजी के पुण्य तिथि 2 जनवरी के पूर्व हम ला रहे है #पिताकीडायरी एपिसोड । और इस कड़ी में हम आपको एवं उनके जानने वालों के लिए लेकर आ रहे है उनकी कुछ अविस्मरणीय यादें , उनके शब्दों में , उनके लिखावटों में जिसे पढ़ कर आप उनके साथ बिताए पल को जरूर याद करेंगे यदि आपने अपना पल उनके साथ नही बिताया है तो आप उन्हें इस मध्यम से जान पाएंगे ।
मेरा यह छोटा सा प्रयास सिर्फ इस लिए है कि जीवन में पिता की क्या अहमियत है आप उन्हें खोने के बाद ही महसूस कर पाएंगे ।
उनके डायरी के एक पन्ने में समाजवाद बनाम सामंतवाद एवं पंचायत ।