प्यार
साथ मिलना मिलाना हो,
समझना समझाना होगा।
हमेशा आस-पास रहना हो,
हरदम ख्याल रखना हो।
परवा करना या करवाना,
एक दूसरे पर अधिकार जताना।
यह सब कुछ तो होगा ही,
लेकिन वह प्यार तो नहीं होगा।
आधुनिकता की होड़ में,
हमसे क्या कुछ नहीं बदला गया।
रिश्तें -नाते, धर्म, समाज,
बाबुल का घर भी छोड़ा गया।।
पश्चिमी सभ्यता की आड़ में,
हमारी संस्कृति से तोड़ा गया।
माँग सिंदूर मलंगसूत्र बिन शादी के,
प्यार हम से जोड़ा गया।