Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2021 · 2 min read

पिता का, करवाचौथ पर, बेटी को पत्र ..ll

प्रिय पुत्री
नमस्ते
तू ससुराल में ख़ुश होगी । सारा समाज करवाचौथ का त्यौहार मनाने जा रहा है और सभी सुहागन स्त्रीयाँ अपने पति की लम्बी आयू के लिए व्रत रखेंगी। तेरी शादी के बाद यह पहला करवाचौथ है और शायद तू भी अन्य औरतों की तरह व्रत रखे। मेरे मन में इस विषय पर कुछ विचार आये सो तुम्हें पत्र लिख रहा हूँ ।
बेटी अगर तू भी ऐसा समझती है कि व्रत रखने से पति की उम्र लम्बी होगी तो तेरी सोच भी अन्य स्त्रियों की तरह ग़लत है ।
अगर तुम सच में अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करती हो तो ईश्वर से इसकी प्रार्थना करना तथा अपने लिए ईश्वर से माँगना कि ईश्वर तुम्हारी बुद्धि को हमेशा नेक,सत्य,धर्म व पवित्रता के मार्ग पर चलाए, तेरा मन कभी चंचलता में भटक न जाए । अपने पति से हृदय से प्रीति करना । अगर उसकी लम्बी उम्र चाहती हो तो उसके मन को शांत रखना । परिवार में सब से मिल कर चलना अपने साँस ससुर की आलोचनाओं से पति के मन में कटुता मत भरना । पति के मन अनुसार व जो उसे प्रिय हो ऐसा अपना आचरण और स्वभाव रखना । उससे छिपा कर कोई ग़लत काम न करना ,लोगों में पति की बुराई न करना तथा निरादर न करना , अगर कही मन मुटाव हो तो उसे आपस में ही सुलझा लेना,पति से छिप कर कोई भोग पदार्थ न लेना , परिवार में कोई समस्या आये तो मिल जुल कर हल करना ।
वरणा आपस में अविश्वास पैदा होगा और झगड़ा होगा तथा तुम दोनों का जीवन सुखमय नहीं रहेगा और तुम दोनों का स्वास्थ्य भी ठीक नही रहेगा तथा लम्बी उम्र पाने की सोच व्यर्थ होगी।
बेटी अपने स्वभाव को हमेशा शान्त रखना तुम अपने शांत भाव से बड़ी से बड़ी मुश्किल घड़ी को सरलता से सुलझा लेगी । कभी भी अपना धैर्य मत खोना । तेरी दृष्टि, तेरी वाणी ,तेरा आचरण पति के अनुकूल और उसे प्रिय होना चाहिए । पति को ही अपना स्वामी पालन करने हारा मानना उसके अलावा किसी अन्य से प्रिति भाव न रखना । मेरी इन शिक्षाओं पर निश्चय से चलना ही असली व्रत है।
अगर तू मेरी इन बातों को मन में रख कर व्यवहार में लाएगी तो तेरा पति तेरे से हमेशा प्रसन्न चित रहेगा तथा उसके प्रसन्न रहने से उसका स्वास्थ्य अच्छा होगा व आयु भी लम्बी होगी । पति के प्रसन्न रहने से घर में धन लक्ष्मी व समृद्धि आयेगी और ऐश्वर्य, सौभाग्य ,सुसन्तान की वृद्धि होगी । इस तरह तुम अपने पति के साथ वृद्धा अवस्था तक प्रसन्न चित ,स्वस्थ जीवन का भोग करेगी ।
व्रत स्वास्थ्य के लिए अच्छा है लेकिन अगर कोई सोचे की इससे पति की उम्र लम्बी होगी यह बिलकुल ग़लत सोच है । पति की उम्र तो जैसे मैंने ऊपर लिखा है उसी अनुसार आचरण करने से होगी । मुझे आशा है तू मेरी बातों पर अमल करेगी और भूखे रहने (वरत) के भेड़ चाल के पाखण्ड से बचेगी ।
सदैव ख़ुश रहो

तुम्हारा पिता । —–

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 619 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दुनिया हो गयी खफा खफा....... मुझ से
दुनिया हो गयी खफा खफा....... मुझ से
shabina. Naaz
मन मौजी मन की करे,
मन मौजी मन की करे,
sushil sarna
जीवन के पल दो चार
जीवन के पल दो चार
Bodhisatva kastooriya
हर-सम्त देखा तो ख़ुद को बहुत अकेला पाया,
हर-सम्त देखा तो ख़ुद को बहुत अकेला पाया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आकुल बसंत!
आकुल बसंत!
Neelam Sharma
मालूम नहीं, क्यों ऐसा होने लगा है
मालूम नहीं, क्यों ऐसा होने लगा है
gurudeenverma198
You are the sanctuary of my soul.
You are the sanctuary of my soul.
Manisha Manjari
कैसा कोलाहल यह जारी है....?
कैसा कोलाहल यह जारी है....?
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
Bundeli doha -kurta
Bundeli doha -kurta
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
50….behr-e-hindi Mutqaarib musaddas mahzuuf
50….behr-e-hindi Mutqaarib musaddas mahzuuf
sushil yadav
की है निगाहे - नाज़ ने दिल पे हया की चोट
की है निगाहे - नाज़ ने दिल पे हया की चोट
Sarfaraz Ahmed Aasee
यूँ तो सब
यूँ तो सब
हिमांशु Kulshrestha
बेशक आजमा रही आज तू मुझको,मेरी तकदीर
बेशक आजमा रही आज तू मुझको,मेरी तकदीर
Vaishaligoel
पुष्प
पुष्प
Dhirendra Singh
नाइजीरिया में हिंदी
नाइजीरिया में हिंदी
Shashi Mahajan
तेरी मधुर यादें
तेरी मधुर यादें
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
जीवन के सारे सुख से मैं वंचित हूँ,
Shweta Soni
"किताब के पन्नों में"
Dr. Kishan tandon kranti
वो सितारे फ़लक पर सजाती रही।
वो सितारे फ़लक पर सजाती रही।
पंकज परिंदा
अजीब मानसिक दौर है
अजीब मानसिक दौर है
पूर्वार्थ
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
महकती रात सी है जिंदगी आंखों में निकली जाय।
महकती रात सी है जिंदगी आंखों में निकली जाय।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
धर्म निरपेक्षता
धर्म निरपेक्षता
ओनिका सेतिया 'अनु '
अगर बदलने का अर्थ
अगर बदलने का अर्थ
Sonam Puneet Dubey
बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़--
बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़--
Shreedhar
महोब्बत की बस इतनी सी कहानी है
महोब्बत की बस इतनी सी कहानी है
शेखर सिंह
भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
Sanjay ' शून्य'
मीत की प्रतीक्षा -
मीत की प्रतीक्षा -
Seema Garg
दाम रिश्तों के
दाम रिश्तों के
Dr fauzia Naseem shad
4574.*पूर्णिका*
4574.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...