पिता और बेटी का विश्वास!
एक उम्र तक ही ख्याल रखा जाता है। बेटियों का उसके बाद तो सिर्फ उन पर नजर रखी जाती…..
नियत नियत का फर्क होता है। दुनिया में बेटीयो पर नजर तो सभी रखते हैं। पिता की और आपनो की उस नजर रखने में भी अपनापन होता है। बेटी की सुरक्षा का ध्यान होता है। सही समझ आयु बढ़ने और अनुभव के साथ ही होती हैं , जब एक दिन बेटी स्वयं मां होती हैं