Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Sep 2024 · 1 min read

पावन सच्चे प्यार का,

पावन सच्चे प्यार का,
मिलना है संजोग ।
प्यार तपस्या रूह की,
प्यार नहीं है भोग ।।
सुशील सरना / 21-9-24

11 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कविता
कविता
Dr.Priya Soni Khare
फ़ासला गर
फ़ासला गर
Dr fauzia Naseem shad
मेरा दिल
मेरा दिल
SHAMA PARVEEN
राम आएंगे
राम आएंगे
Neeraj Agarwal
नारी के मन की पुकार
नारी के मन की पुकार
Anamika Tiwari 'annpurna '
" अब कोई नया काम कर लें "
DrLakshman Jha Parimal
चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
Dr. Man Mohan Krishna
" शांत शालीन जैसलमेर "
Dr Meenu Poonia
भारत में सबसे बड़ा व्यापार धर्म का है
भारत में सबसे बड़ा व्यापार धर्म का है
शेखर सिंह
मुझसे गुस्सा होकर
मुझसे गुस्सा होकर
Mr.Aksharjeet
उसके पलकों पे न जाने क्या जादू  हुआ,
उसके पलकों पे न जाने क्या जादू हुआ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेचैन थी लहरें समंदर की अभी तूफ़ान से - मीनाक्षी मासूम
बेचैन थी लहरें समंदर की अभी तूफ़ान से - मीनाक्षी मासूम
Meenakshi Masoom
क्या कहुं ऐ दोस्त, तुम प्रोब्लम में हो, या तुम्हारी जिंदगी
क्या कहुं ऐ दोस्त, तुम प्रोब्लम में हो, या तुम्हारी जिंदगी
लक्की सिंह चौहान
तेरे बिन घर जैसे एक मकां बन जाता है
तेरे बिन घर जैसे एक मकां बन जाता है
Bhupendra Rawat
जीवन की आपाधापी में देखता हूॅं ,
जीवन की आपाधापी में देखता हूॅं ,
Ajit Kumar "Karn"
You call out
You call out
Bidyadhar Mantry
लिखा भाग्य में रहा है होकर,
लिखा भाग्य में रहा है होकर,
पूर्वार्थ
#शीर्षक:-बहकाना
#शीर्षक:-बहकाना
Pratibha Pandey
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
"अकेलापन और यादें "
Pushpraj Anant
थोड़ा अदब भी जरूरी है
थोड़ा अदब भी जरूरी है
Shashank Mishra
जिसने भी तुमको देखा है पहली बार ..
जिसने भी तुमको देखा है पहली बार ..
Tarun Garg
3010.*पूर्णिका*
3010.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
* मुस्कुराते हुए *
* मुस्कुराते हुए *
surenderpal vaidya
🙅आज का सच🙅
🙅आज का सच🙅
*प्रणय प्रभात*
आ जाओ अब कृष्ण कन्हाई,डरा रही है तन्हाई है
आ जाओ अब कृष्ण कन्हाई,डरा रही है तन्हाई है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
गुरू
गुरू
Shinde Poonam
"जीवन का निचोड़"
Dr. Kishan tandon kranti
*जो सजे मेज पर फल हैं सब, चित्रों के जैसे लगते हैं (राधेश्या
*जो सजे मेज पर फल हैं सब, चित्रों के जैसे लगते हैं (राधेश्या
Ravi Prakash
जन्म से मरन तक का सफर
जन्म से मरन तक का सफर
Vandna Thakur
Loading...