पावन पटल
प्रदत विषय- पावन पटल हमारा, इसकी छटा निराली।
मुक्तक छंद
1222,1222,1222,1222
पटल पावन हमारा है ,छटा इसकी निराली है।
किताबी लेख लिखते हैं ,पकी फलदार डाली है।
रसों की धार बहती है ,कलम से गीत रचते हैं।
कलम कागज सजाती है ,लिखाई जान डाली है।
रची रचना दिखाते हैं, बधाई खूब पाते हैं।
रचे जो लेख भावों में ,वही सुनते सुनाते हैं।
बहे मुक्तक गजल धारा ,समाए गीत छंदों में।
कलम में जो समाए है, वही रसपान पाते हैं।
पटल पावन हमारा है, सभी से नित मिलाता है।
कभी देखे नहीं है जो, दरस उनके कराता है।
पराए भी नहीं है जो ,कभी मिलते नहीं है वो।
अनूठे प्रेम दर्पण में, यही सब को मिलाता है।
ललिता कश्यप जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश