पावन करता “तीर्थ”
डुबकी लगी आस्था की,
उमड़ पड़ा जनसैलाब।
पूजा अर्चना प्रार्थना,
कर भक्त ले रहे लाभ।।
कार्तिक पूर्णिमा का दिन है,
कर रहे सब नदी स्नान।
दान धर्म पुण्य अर्जित करना,
कर्म यही सबसे महान।।
कहे पा”रस” कितनी प्यारी है संस्कृति हमारी, यहां धरती नदी गाय
को माता कहा जाता है। घर घर में पूजा जाता है।।