पारस मणि श्री राम
पारस मणि श्री राम हैं, सत्संगति संयोग,
कंचन मन हो आपका,करलो तुम उपयोग l
राम नाम की ओढनी, मन में स्वच्छ विचार,
फिर देखो परिणाम तुम, बहे प्रेम की धार l