” पारदर्शिता “
डॉ लक्ष्मण झा”परिमल ”
===============
सिर्फ चेहरे को देखकर ,दोस्ती नहीं की जाती !
सारी बातें जानने के बाद ही पहचान हो जाती !!
हम तो मित्रता में पारदर्शिता को स्थान देते हैं !
कोई छुपकर रहना चाहता हैं उसे छोड़ देते हैं !!
आप छुपना चाहें मुझसे कुछ भी छुपा लीजिये !
पर लॉकडाउन करके रिक्येस्ट भेजा ना कीजिये !! @लक्ष्मण