पापा
सपने ख्वाब में देखें पुरा किया मेरे पापा ने।
पकड़ के उंगली चलना सिखाया मेरे पापा ने।।
कंधे पर बिठा के दुनिया की सैर कराया मेरे पापा ने।
जरा-सा मैं रोअ दूं झट से गले लगाया मेरे पापा ने।।
नितु साह सिवान
सपने ख्वाब में देखें पुरा किया मेरे पापा ने।
पकड़ के उंगली चलना सिखाया मेरे पापा ने।।
कंधे पर बिठा के दुनिया की सैर कराया मेरे पापा ने।
जरा-सा मैं रोअ दूं झट से गले लगाया मेरे पापा ने।।
नितु साह सिवान