पानी बचाओ
चित्र आधारित सृजन
पानी बचाओगे तभी जीवन यहाँ होगा।
धरती हरी होगी सुखी जन-जन यहाँ होगा।
कलरव करें पक्षी सभी वन बाग में बैठे
सुंदर मनहोर दृश्य से चिंतन यहाँ होगा।
जल बिन यहाँ जीवन न कब इन्सान समझेगा।
दो बूंद पीने को यहाँ दिन रात तड़पेगा।
पर्यावरण हो नष्ट धरती पर पड़े सूखा।
पक्षी सभी तड़पे यहाँ पशु भी रहे भूखा।
अभिनव मिश्र अदम्य