पानी बचाऍं (बाल कविता)
पानी बचाऍं (बाल कविता)
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फिल्टर में फिंकता है पानी
घर – घर की है यही कहानी
चलो बाल्टी एक लगाऍं
पानी उसमें जमा कराऍं
बर्तन-फर्श उसी से धोऍं
पानी व्यर्थ कभी मत खोऍं
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रचयिताः रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर( उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99 97 61 5451