पहला लोटा शौच का
शौचालय से हो रहा है पानी का नाश|
जल ही जीवन है,सबको है विश्वाश||
पहला लोटा शौच का,दूजा बुझाये प्यास|
एक बाल्टी पानी मे, कपड़े फसक्लास||
पानी पानी सब कहते है पानी से सब आस|
विन पानी सब सून है तन है खाली लास||
नदी बेचारी सूख गई,बर्षा पर विश्वास |
जीव जॉतु पशु मोर पपीहा,सब लगाये आस||
नोट बंदी ने ले लई है रे सबकी जान |
कछु दिना मे मोदी जी ने कर दओ है कल्यान||