-पहला प्यार –
– पहला प्यार –
किसी के लिए एक तरफा तो,
किसी के इजहार का आगाज,
कोई खामोशी से दिल में दबा लेता है,
कोई कर लेता है इजहार,
कोई किसी के लिए जाता बदल,
कोई किसी के लिए मर मिट जाता,
पहली बार किसी के लिए कुछ अच्छा महसूस हो जाए,
पहला प्यार मासूम ,पागल, उत्साही कहलाए,
ना ही इसमें किसी का वश होता है,
ना ही इसके लिए दवाब होता है,
प्यार वो एहसास है जो किसी को भी बदल कर रख देता है,
कभी -कभी मौन कर जाए,
कभी – कभी बोल खो जाए,
खुद की खुद को खबर ही न रहे,
स्वयं का अस्तित्व दूसरे में घुल जाए,
न कुछ कहे न कुछ सुन पाए,
मन में भरत जब प्यार का एहसास हो जाए ,
गहलोत वही तो होता है पहला प्यार,
✍️✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क सूत्र -7742016184