पहला प्यार मिल जाता ___ कविता
कई दिनों तक मैंने उसकी गली में चक्कर लगाया।
और करता भी क्या प्यार मुझे था उस पर आया।।
वह भी देखती मैं भी देखता पर कुछ कह नहीं पाए।
दिल की बात दिल में रह गई उसने दूसरा घर सजाया।।
मैं अकेला ही नहीं और भी कई हैं इस गम के मारे।
पहला प्यार जिससे किया उसे बदलते वक्त में गंवाया।।
सच-सच लिख रहे हैं सच ही तुम्हे हम बताएंगे।
वह किसी दूसरे के साथ है जिसके लिए सपना सजाया
पहला प्यार मिल जाता तस्वीर जमाने की ओर होती।
पर वक्त से कौन जीते हैं वक्त ने सबको हराया।।
प्यार करते हो तो इजहार भी जल्दी कर लेना।
अनुनय ने तो अगले जन्म के लिए यही सोच बनाया।।
राजेश व्यास अनुनय