पहला पहला प्यार ज़िन्दगी
पहला पहला प्यार जिन्दगी
सुन्दर सा उपहार जिन्दगी
राह बदलती रहती ये तो
है नदिया की धार ज़िन्दगी
होती नहीं सरल ये देखो
कष्टों का अम्बार ज़िन्दगी
अपना जो था अब कब अपना
सब कुछ तेरा यार जिन्दगी
इन आँखों में बसने वाले
सपनों का श्रृंगार ज़िन्दगी
जिसने बाँटा प्यार जगत में
उसकी है गुलजार जिन्दगी
कहे अर्चना अब तो हमको
लगती बहुत उदार जिन्दगी
01-07 2015
डॉ अर्चना गुप्ता