पहला ख्याल
तु नहीं मेरा पर मेरा सा लगता है
मेरी हर चींज पर हक तेरा सा लगता है
जानें क्या है तेरे मेरे बीच में
तू है तो दोस्त मेरा पर मोहब्बत सा लगता है।
बात जब होती थी तो कुछ नहीं था दरम्यान
कुछ महसूस अब होता है तो वो जुदा सा लगता है
सिलसिला ये यूहीं बना रहें हो लाख दुरी
तु दिल में रहनें वाला मेरा पहला ख्याल सा लगता है।