पसीना छूट जायेगा
मरोगे हर घड़ी हर पल ये जीना छूट जायेगा
मोहब्बत देखिए करके पसीना छूट जायेगा
हमेशा ख्वाब में सिमटी रहेगी मखमली चादर
धरे रह जायेंगे तीरथ मदीना छूट जायेगा
सँभलकर सावधानी से पकड़ना हाथ को वर्ना
अँगूठी तो रहेगी पर नगीना छूट जायेगा
हो नौकेबाज तुम शातिर हमें मालूम है लेकिन
ये वो मँझधार है जिसमें सफीना छूट जायेगा
भिखारी बन के टहलोगे न होगी जेब में गर्मी
वो मैखाना पिलाना और पीना छूट जायेगा
ऐ एण्टीरोमियो वाले नजर तू तेज रख वर्ना
शराफत होगी शूली पर कमीना छूट जायेगा