पशुता
बार बार,हर बार,लगातार…. क्यों?
पशुता
ये कैसी पशुता ?
कैसा भेद-भाव ?
धर्म का,कर्म का
रंग का,जाती का
ताक़त का,हैसियत का
या इंसानियत का अभाव।
बार बार,हर बार,लगातार…. क्यों?
पशुता
ये कैसी पशुता ?
कैसा भेद-भाव ?
धर्म का,कर्म का
रंग का,जाती का
ताक़त का,हैसियत का
या इंसानियत का अभाव।