पवनसुत करो प्राण संचार
पवनसुत करो प्राण संचार, पवनसुत करो प्राण संचार
टूट रही सांसों की डोरी, संकट हरो हमार
पवनसुत करो प्राण संचार
प्राणवायु संचार करो,संकट है भारी आन हरो
डरा हुआ संसार, प्रभु डर पर करो प्रहार
पवनसुत करो प्राण संचार
प्राणशक्ति भरो जन-जन में, टूट रहा है तार
पवनसुत रक्षा करो हमार
बल बुद्धि विद्या दो सबको, हों भवसागर पार
हे करुणा सिंधु करुणा बरसाओ, कर दो बेड़ा पार
पवनसुत विनती सुनो हमार
पवनसुत करो प्राण संचार
टूट रही सांसों की डोरी, करो प्राणवायु संचार
पवनसुत संकट हरो हमार, पवनसुत संकट में संसार
पवनसुत करो प्राण संचार
जय श्री राम
सुरेश कुमार चतुर्वेदी