पल दो पल की रवानी
दीवाना हूँ मैं तेरा, पल दो पल की रवानी हैं,
टूट जाये कब बन्धन, पल दो पल की निशानी हैं,
प्यार में जीता प्यार में मरता, पल दो पल की कहानी हैं,
जीवन के अनमोल तरंगे,पल दो पल की जवानी हैं,
मुझसे पहले कितने दीवाने आये और चले गये,
प्यार में तो कुछ तो निखर गये न जाने कितने बिखर गये,
कुछ आहे भरकर सिसक गए, आँखो से आसू टपक गए,
वो भी इक पल किस्सा था न जाने कितने बदल गए,
जब हमको तुमसे प्यार हुआ, उस पल का तुम्हारा हिस्सा हूँ,
फिर हम तुमसे जुदा हुए, उस पल का मैं इक किस्सा हूँ,
खिलती हैं कलियाँ चुनने के मंडराते हैं भौरे रस पीने के लिए,
मुझसे बेहतर मिल जाएंगे मैं तो मिला था बिछड़ने के लिए,
मगरूर मुहब्बत क्या तू करेगी वक्त तू अपना बर्बाद करेगी,
पल दो पल का मैं दीवाना हूँ बाद में तू क्या करेगी,
हम तो चले जाएंगे सनम, वापस कभी न आएंगे,
मेरे बिना क्या तू करेगी केवल सनम आहे ही भरेगी,
हम तो बेदर्दी हैं सनम, न होगा दर्द कभी,
तेरी बेवफाई से, प्यार न होगा कभी,