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31 Aug 2022 · 1 min read

*पर्यूषण पर्व (कुंडलिया)*

पर्यूषण पर्व (कुंडलिया)
________________________________
दस लक्षण हैं धर्म के, पर्यूषण का पर्व
साथ रहें-मिलकर चलें, मन में हो यह गर्व
मन में हो यह गर्व, सत्य-तप-संयम लाऍं
आर्जव-मार्दव-त्याग, ब्रह्म-विचरण अपनाऍं
कहते रवि कविराय, क्षमा का उत्तम कण-कण
जीवन होता धन्य, आत्म में ला दस लक्षण
—————-+—————————
आर्जव = सरलता , सीधापनपन
मार्दव = विनम्रता
पर्यूषण पर्व = जैन समाज द्वारा मनाया जाने वाला त्यौहार
————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

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