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4 Aug 2021 · 1 min read

परीक्षा तो खूब ली है _____ कविता

परीक्षा तो खूब ली है वक़्त ने मेरी।
परिणाम में भी हर बार करता रहा देरी।
न थकूंगा _ न हारूंगा _ न ही टा लूंगा।
आपदाएं चाहे आती रहे घनेरी ।।
हारने का ग़म नहीं_ कौन झूंठा कौन सही।
लगाता रहा मै हमेशा दर दर फैरी।।
किसी ने न मेरी मानी,सबने अपनी बखानी।
अब तो आ बैठा मै शरण स्वामी तेरी।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 506 Views
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