परिश्रम
विषय – परिश्रम का फल
सच तो मेहनत मेरी रहमत तेरी रहती हैं।
हम सभी को परिश्रम का फल मिलता हैं। मेहनत ही सदा संग हम सबके होती हैं। परिश्रम का फल जिंदगी का मंथन होता हैं। मेहनत न एक शब्द हम तुम समझते हैं। जिंदगी में परिश्रम के फल की सोच रखते हैं। हम सभी सच की राह न आसान मानते है। परिश्रम का फल हम सबको रंग लाता हैं। जिंदगी और जीवन ही मेहनत का नाम होता हैं। परिश्रम का फल हिम्मत का साथ होता हैं।
तेरे मेरे सपने आँखों में सच जो रहते हैं ।
परिश्रम का फल बस हमको याद कराते हैं ।
चाहत और प्रेम में भी आशाएं और उम्मीद होती हैं।
सच हां हमारे परिश्रम का फल जिंदगी चलाता हैं।
परिश्रम का फल फल ही हम सबका अपना होता हैं।
नीरज अग्रवाल चंदौसी उप्र