परिवार
पिता हो जाता है नींव
मिट्टी ,गारा, दीवारें।
मां हो जाती है रसोई
आंगन,पेड़,छाया।
बच्चे हो जाते हैं खुशबू
फूल, चिड़िया,रोशनी
तब ईंट सीमेंट का मकान
घर बनता है !
**धीरजा शर्मा**
पिता हो जाता है नींव
मिट्टी ,गारा, दीवारें।
मां हो जाती है रसोई
आंगन,पेड़,छाया।
बच्चे हो जाते हैं खुशबू
फूल, चिड़िया,रोशनी
तब ईंट सीमेंट का मकान
घर बनता है !
**धीरजा शर्मा**