परिवार दिवस पर विशेष।
भारत में परिवार की स्थति बहुत ही नाज़ुक दौर से गुजर रही है।
आज भारत में संयुक्त परिवार बहुत कम मिलेंगे।इसका मुख्य कारण क्या है? आज हमने अपनी मर्यादा को दी है।हम केवल पश्चिमी सभ्यता के गुलाम बन चुके हैं। इसलिए हमारा बिखर रहा है।आज हम बातें तो बहुत बड़ी बड़ी करते हैं।पर हम अपने मूल कर्तव्य को भूल जाते हैं।आज हम अपने परिवार की स्थति को मजबूत नही बनाते हैं। बल्कि बंटवारे के लिए अपने ही भाई माता-पिता से लड़ जाते हैं। परिवार में प्रेम नाम की कोई चीज नही है।हम सब ही नाते रिशते को भूलते जा रहे हैं।अगर जो परिवार अपनी मर्यादा रह कर जिंदगी जी रहा है वह परिवार सुखी है।
जिस परिवार का मुखिया समझदार है तो उस परिवार की स्थति भी बहुत अच्छी होगी ।हमें मिल कर रहना एक परिवार का धर्म होता है। हमें अपने देश की उन्नति करना है तो हमें संयुक्त परिवार बना कर रहना। होगा तभी हमारा देश तरक्की कर सकता है।आज। हमारी समाज में परिवार विवाद के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहें हैं। और हमारी समाज में आज पति पत्नी के बीच छोटी छोटी बातों को लेकर झगड़े होने लगते हैं। जहां तक मामला तलाक़ जैसी स्थिति तक पहुंच जाता है । हमें अपने जीवन में हमेशा ही संयुक्त परिवार बना कर रहना चाहिए।