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26 Jul 2019 · 1 min read

परिवर्तन

परिवर्तन

होता है विरोध
हर परिवर्तन का
नहीं आता रास परिवर्तन
यथास्थितिवादियों को
वे लगा देते हैं
एड़ी-चोटी का जोर
परिवर्तन रोकने के लिए
लेकिन आज तक
नहीं रोक पाया कोई
परिवर्तन को
क्योंकि परिवर्तन है
प्रकृति का नियम

थोड़े हो-हल्ले
थोड़े शोर-शराबे
के बाद
अपना लिया जाता है
परिवर्तन
क्योंकि हर विध्वंस
बना जाता है रास्ता
नव-निर्माण का

-विनोद सिल्ला©

Language: Hindi
1 Like · 370 Views
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