परम्परा को मत छोडो
परम्परा को मत छोडो
पर नव पथ भी अपना लो
जिस पर चलकर नव भारत को
बुलन्दियों तक पहुँचा दो
कोई भी ना छू पाये हमको
सम्पूर्ण विश्व में,
तिरंगे का परचम लहरा दो
स्मरण दिलाती है पुर्खो की
परम्पराये तो
पर नव पथ पर चलकर
भारत के भविष्य को निखार लो
तुम हरपल स्मरण रखो
परम्मपराओ के बंधन को
लेकिन इसके साथ-साथ
नव भारत के निर्माण के लिए
भ्रातत्व की भावना को लेकर
अन्याय किसी पर ना देखो
दिनेश कुमार गंगवार