पप्पू मेरा पास हुआ
कांग्रेस मुख्यालय गूंजा , श्री राम के नारों से ।
अब बोलेंगी देखो मैडम,सुबह सुबह अख़बारों से ।
बड़े दिनों से जुगनू हमने देखे ना अँधियारों में ।
मोदी हमको दिखता अब भी श्री राम के नारों में ।
फिर से हिजड़ेपन वाली इकलौती भाषा बोलेंगे ।
क्या ग़ज़ब कि टंच माल है राज पुराना खोलेंगे ।
ठोको ठोको सिद्धू भी अब रोज़ रोज़ चिल्लाएगा ।
पप्पू बाबा ठोक ठोक के आँख मार मुस्काएगा ।
नए साल पर कांग्रेसी का देखो अजब सृंगार हुआ ।
समझ आइ वोटों की किमत रद्दी जब अख़बार हुआ ।
ज़मीर जगाया था मोदी ने संसद के गलियारों में ।
श्री राम के नारे लगते कांग्रेसी दरबारों में ।
छप्पन इंची वाले सीने का हमको एहसास हुआ ।
ख़ुश हो गई सोनिया मैडम , पप्पू मेरा पास हुआ ।
✍?✍?धीरेन्द्र पांचाल