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16 Nov 2023 · 1 min read

पधारो नंद के लाला

पधारो नंद के लाला जगत उद्धार करने को
करूँ तर्पण चले आना है बेड़ा पार करने को

शलभ हूँ मैं मेरे हैं प्राण केवल दो घड़ी भर के
किशोरी संग आओ श्याम भव से पार करने को

कि ऐसा हो ये दो आँखें कभी तो चार हो जाये
दृगों में पल रहें जो ख़्वाब वो साकार करने को

बनालो नाथ मुझ को भी तुम्हारे धाम की दासी
चले आओ प्रभु आराधना स्वीकार करने को

कि फागुन में चले आते किशोरी जो पुकारे तो
कभी आओ हमारे घर सजन त्यौहार करने को

Language: Hindi
96 Views
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