पद्मनाभ
पद्मनाभ
श्यामल मेघ वर्ण धारी,
पद्म, गदा, शंख ,सुदर्शन धारी।
कंठ वनफूल, श्वेताम्बर सोहे,
पद्मनाभ सृष्टिकर्ता धारी।
कमलापति कमलनयन,
करुणामय कल्याणकारी।
भक्तों के भय बंधन काटे,
क्षीर सागर शेष शैय्या धारी।
दीनों के तुम दीनदयाला,
भक्तों के रहे प्रतिपाला।
जब -जब संकट पड़े भक्तन पर,
गरुड़ सवार आए कृपाला।
दुष्टों का आप करे संहार,
भक्त जनों के बेड़े पार ।
भरे जब-जब घड़े पाप के,
एही कारण चौबिस अवतार।
ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश