पथ की साथी पथ पर चलती
कितनी हँसमुख कितनी प्यारी,
लगती हो जैसे उतरी नभ परी,
भाग्य से मिलती ऐसी गुड़िया,
हर रिश्ते को निभाती बढ़िया,
सबको लेकर तुम साथ चलती,
सुख हो या दुःख तुम मुस्कुराती,
थोड़ी नटखट थोड़ी चंचल,
दिल मे रहती मेरे पल पल,
पथ की साथी पथ पर चलती,
थाम हाथ साथ साथ बढ़ती,
यह दिन बार बार आये,
रिमझिम रिमझिम फुहार लाये,
।।जेपीएल।।