Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

पत्ते

प्रथम में हल्का हरे रंग का लाल लाल ,
जैसे हरियाली में ढल गया हो गुलाल l
अति लघु लिए हैं शिशु का रूप,
निखरता है रंग जब इसमें पड़ती है धूप l
धीरे-धीरे गहरे हरे रंग में बदलाव ,
धूप में भी पहुंचाता है यह छांव l
सिकुड़ने लगता है वृद्धावस्था में ,
रंग में परिवर्तन होता है फिर से l
अब कनक समान पीले रंग का हो जाता है ,
जैसे टहनी से बस यह छूटना ही चाहता है l
भूरे रंग में बदलकर अब छूट पड़ता है ,
हवा के सहारे इधर-उधर भटकता रहता हैl
–उत्तीर्णा धर

Language: Hindi
24 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"शिष्ट लेखनी "
DrLakshman Jha Parimal
Adha's quote
Adha's quote
Adha Deshwal
💐प्रेम कौतुक-562💐
💐प्रेम कौतुक-562💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नारी शक्ति
नारी शक्ति
DR ARUN KUMAR SHASTRI
** अरमान से पहले **
** अरमान से पहले **
surenderpal vaidya
नारी शक्ति
नारी शक्ति
भरत कुमार सोलंकी
एहसास
एहसास
Kanchan Khanna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
शिक्षा
शिक्षा
Neeraj Agarwal
*मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)*
*मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)*
Rituraj shivem verma
माँ महागौरी है नमन
माँ महागौरी है नमन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल)
यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
प्रेरक गीत
प्रेरक गीत
Saraswati Bajpai
चुपचाप सा परीक्षा केंद्र
चुपचाप सा परीक्षा केंद्र"
Dr Meenu Poonia
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
2984.*पूर्णिका*
2984.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Neeraj Mishra " नीर "
दम है तो गलत का विरोध करो अंधभक्तो
दम है तो गलत का विरोध करो अंधभक्तो
शेखर सिंह
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
सुनाऊँ प्यार की सरग़म सुनो तो चैन आ जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
"तलबगार"
Dr. Kishan tandon kranti
#उपमा
#उपमा
*प्रणय प्रभात*
बाल कविता: चूहा
बाल कविता: चूहा
Rajesh Kumar Arjun
हक हैं हमें भी कहने दो
हक हैं हमें भी कहने दो
SHAMA PARVEEN
विगुल क्रांति का फूँककर, टूटे बनकर गाज़ ।
विगुल क्रांति का फूँककर, टूटे बनकर गाज़ ।
जगदीश शर्मा सहज
भौतिक युग की सम्पदा,
भौतिक युग की सम्पदा,
sushil sarna
यादों के छांव
यादों के छांव
Nanki Patre
सच्चे इश्क़ का नाम... राधा-श्याम
सच्चे इश्क़ का नाम... राधा-श्याम
Srishty Bansal
नारी तेरे रूप अनेक
नारी तेरे रूप अनेक
विजय कुमार अग्रवाल
किसान
किसान
Bodhisatva kastooriya
*तेरी याद*
*तेरी याद*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Loading...