पति मेरा सयाना,
पति मेरा बड़ा सयाना,
हर घड़ी मारे मुझे,
पैसों का ताना ।
न दिन को चैन ,
न रात को दाना ।
देर से आने पर करता,
हरदम वो नया बहाना ।
पति मेरा बड़ा सयाना…
दोस्तों संग मटरगस्ती,
रोज़ होटल जाना ।
शॉपिंग के नाम पर,
उसके काम का आना ।
पति मेरा बड़ा सयाना…
माँ के बुलाने पर,
उसका दौड़ के जाना ।
जहाँ सुनी आवाज़ भाइयों की,
वही जी भाई कहकर ठहर जाना ।
यहाँ सौ बार बुलाने पर ,
बस एक बार कहना ।
बाकी समय बस मस्ती में रहना,
थोड़ा अधिक बोलने पर,
लज्जा है औरत का गहना,
उसका ये मुझे समझना ।
देखो-देखो पति में बड़ा सयाना…
मायके से मेरे आने पर,
जी-जी करते रहना ।
गर करूँ शिकायत कोई तो ,
सबका मुझे ही समझाना ।
देखो भई देखो पति मेरा कितना सयाना …..☺️☺️
– मीनू यादव *