पति प्रेमी पत्नी हो प्रेमिका
पहले जैसा प्यार नही होती है तकरार,
दोनो की समस्या यही प्यासे न बेकरार।
सजी संवरी रही हमेशा न करती नाराज,
बदल गई नीयत तो तेवर देखो आज।
नखरे रहे उठाते मनाते रहे हरदम,
अब ऐसा क्या हुआ न रहे हमदम।
जिम्मेदारी बढ़ी तो हो गये परिवर्तन,
बदली परिस्थितियां भूले वादे वचन।
हो थोड़ी सूझ बूझ तो बन जाये बात,
पत्नी बने प्रेमिका पति प्रेमी बन जात।
पति रहें खुश हमेशा करो ऐसे काम,
थोड़ा बदलना पडे तो बदलो निष्काम।
खुश रहे पत्नी हमेशा पति भी करे प्रयास,
अंदर से प्रेमी प्रेमिका खिलते रहें पलाश।
खामियां नजरअंदाज कर खूबियां गिनायें
अपेक्षा उतनी करें जितनी वो कर पाये।
सम्मान से दो उसका हक यही सही है रीत,
स्वावलंबी सशक्त गृहणी ये है बिल्कुल ठीक।
आलम्बन है जग मे प्यार का बाकी सब बेकार,
पति प्रेमी पत्नी हो प्रेमिका जीवन का आधार।
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अश्वनी कुमार जायसवाल कानपुर 9044134297