Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Nov 2021 · 1 min read

पतझड़ का प्रेम

प्रेम,
मुमकिन है कि अब
निःशब्द हो चला हो
रूमानी बातों से दूर हो,

उम्र की तकलीफें व परेशानियाँ
रोक देती हैं,
झिड़क कर

प्रेम अब दिखता है
बच्चों को एक दूसरे की
शिकायतों में,
उलाहनों में

यदा कदा की
मीठी फटकार में,

करवट बदली
तो घुटनो की टीस
और फिर वो ही घिसी पीटी सी
बातें,
कितनी बार कहा है
कि ज्यादा काम मत किया करो
पर तुम कब सुनती हो मेरी?

पुराने एक एलबम की,
वक़्त के साथ
धुंधलाती हुई तस्वीरों
पे उँगलियाँ फेरता
मन लौट ही जाता है
अतीत की उन मीठी
यादों में।

प्रेम मूक होकर भी
लिपटा पड़ा है,

इर्द गिर्द,

एक दूसरे की देखभाल में,
ढाँढस और दिलासा के बीच

बस अब वो रूमानी बातें
नहीं करता,

गहरे सागर
में लहरें कहाँ
शोर करती हैं

एक उम्र के बाद रिश्ते
इजहार के मोहताज
नहीं होते

जरूरत भी क्या है?

Language: Hindi
283 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Umesh Kumar Sharma
View all
You may also like:
सन् 19, 20, 21
सन् 19, 20, 21
Sandeep Pande
अगर गौर से विचार किया जाएगा तो यही पाया जाएगा कि इंसान से ज्
अगर गौर से विचार किया जाएगा तो यही पाया जाएगा कि इंसान से ज्
Seema Verma
कर दिया है राम,तुमको बहुत बदनाम
कर दिया है राम,तुमको बहुत बदनाम
gurudeenverma198
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पानी की खातिर
पानी की खातिर
Dr. Kishan tandon kranti
“सत्य वचन”
“सत्य वचन”
Sandeep Kumar
जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
Dr Archana Gupta
जगे युवा-उर तब ही बदले दुश्चिंतनमयरूप ह्रास का
जगे युवा-उर तब ही बदले दुश्चिंतनमयरूप ह्रास का
Pt. Brajesh Kumar Nayak
शुक्रिया कोरोना
शुक्रिया कोरोना
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बिहार दिवस  (22 मार्च 2023, 111 वां स्थापना दिवस)
बिहार दिवस  (22 मार्च 2023, 111 वां स्थापना दिवस)
रुपेश कुमार
निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए
निरन्तरता ही जीवन है चलते रहिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
साईकिल दिवस
साईकिल दिवस
Neeraj Agarwal
श्री श्रीचैतन्य महाप्रभु
श्री श्रीचैतन्य महाप्रभु
Pravesh Shinde
वही जो इश्क के अल्फाज़ ना समझ पाया
वही जो इश्क के अल्फाज़ ना समझ पाया
Shweta Soni
■एक टिकट : सौ निकट■
■एक टिकट : सौ निकट■
*Author प्रणय प्रभात*
विकास का ढिंढोरा पीटने वाले ,
विकास का ढिंढोरा पीटने वाले ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
दिल का हाल
दिल का हाल
पूर्वार्थ
फ़ुर्सत में अगर दिल ही जला देते तो शायद
फ़ुर्सत में अगर दिल ही जला देते तो शायद
Aadarsh Dubey
कठपुतली की क्या औकात
कठपुतली की क्या औकात
Satish Srijan
कबीर: एक नाकाम पैगंबर
कबीर: एक नाकाम पैगंबर
Shekhar Chandra Mitra
गुब्बारे की तरह नहीं, फूल की तरह फूलना।
गुब्बारे की तरह नहीं, फूल की तरह फूलना।
निशांत 'शीलराज'
International plastic bag free day
International plastic bag free day
Tushar Jagawat
जन्म से
जन्म से
Santosh Shrivastava
भीगी फिर थीं भारी रतियाॅं!
भीगी फिर थीं भारी रतियाॅं!
Rashmi Sanjay
दस्तूर ए जिंदगी
दस्तूर ए जिंदगी
AMRESH KUMAR VERMA
चलो कह भी दो अब जुबां की जुस्तजू ।
चलो कह भी दो अब जुबां की जुस्तजू ।
शेखर सिंह
रमेशराज के 'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में 7 बालगीत
रमेशराज के 'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में 7 बालगीत
कवि रमेशराज
Wishing you a Diwali filled with love, laughter, and the swe
Wishing you a Diwali filled with love, laughter, and the swe
Lohit Tamta
2758. *पूर्णिका*
2758. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"" *नारी* ""
सुनीलानंद महंत
Loading...