पतंग
1. बंधी पतंग
मांझा-डोरी के संग
लिए उमंग
2. शून्य तल में
नृतन है करती
मेरी पतंग
3. कटी पतंग
दूजे को मिल जाए
जागे तरंग
4. बयार संग
बहती चली जाए
रंगीन छंग
5. कटी पतंग
धरती पर आए
डोर के संग
6. छंग निराली
जैसे जीवन साथी
प्राण से प्यारी
7. उड़ी पतंग
अंबर में नृतन
नहीं असंग
8. प्राण पतंग
कई नाच नचाए
दिखाए रंग
9. स्वप्न हमारे
हैं पतंग की भाँति
दूर ले जाएँ
10. नर असंग
पाश में है जीवन
सच है संग
11. रंग-बिरंगी
उड़ती चली जाए
बच्चों को भाए
12. अनंत नभ
अनगिनत पतंग
संक्रांति पर्व
13. द्वेष जलाओ
लोहड़ी अनल में
छंग उड़ाओ