Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2024 · 1 min read

पतंग

मुस्कुराती पतंग
बलखाती, इठलाती
आसमान की ऊंचाई
को स्पर्श करती
अंजाम से अज्ञान
अबोध बनी मुसलसल
मचल रही।

चाहे अनचाहे
हमे जीवन का पावन
संदेश दे रही है
निष्काम भाव से हमे
जीवन जीने का
सार्वभौमिक
उद्घोष कर रही है।

कदापि वह
जीवन की अर्थहीनता
तबियत से है जानती
कभी अनंत आकाश
की गहराइयों को
सहर्ष नापती
कभी बादलों के
स्वभाव को भापती
ओंस बिंदुओं से
करती साक्षात्कार
कभी कट कर जलाशय
नदी व सागर का
बनती शिकार।

फिर भी अपनी यात्रा
निरंतर जारी
रखती है
निर्मोही जीवन के
सार को समझाती
जीवन के गहन अर्थ
को बताती
पतंग हममें आसक्ति से
दूर अनासक्ति का
भाव करती तिरोहित
मोक्ष को करती प्रेरित
निर्मेष पतंग
जीवन से हमारा
है मोहभंग करती
इस असार संसार
की सारता के बारे में
हमको बताती
इस सत्य को धारण
करने का संदेश देती है
हां सत्य है पतंग
हमे एक नये प्रयोग
से भिज्ञ करती है।

निर्मेष

2 Likes · 157 Views
Books from Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
View all

You may also like these posts

वह ख्वाब सा मेरी पलकों पे बैठा रहा
वह ख्वाब सा मेरी पलकों पे बैठा रहा
Kajal Singh
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ऐ सूरज तू अपनी ताप को अब कम कर दे
ऐ सूरज तू अपनी ताप को अब कम कर दे
Keshav kishor Kumar
वो दिल लगाकर मौहब्बत में अकेला छोड़ गये ।
वो दिल लगाकर मौहब्बत में अकेला छोड़ गये ।
Phool gufran
लुटा दी सब दौलत, पर मुस्कान बाकी है,
लुटा दी सब दौलत, पर मुस्कान बाकी है,
Rajesh Kumar Arjun
About your heart
About your heart
Bidyadhar Mantry
उजला तिमिर
उजला तिमिर
Shally Vij
बदल रही है ज़िंदगी
बदल रही है ज़िंदगी
Shekhar Chandra Mitra
बहुमूल्य जीवन और युवा पीढ़ी
बहुमूल्य जीवन और युवा पीढ़ी
Gaurav Sony
*** अंकुर और अंकुरित मन.....!!! ***
*** अंकुर और अंकुरित मन.....!!! ***
VEDANTA PATEL
■ कथ्य के साथ कविता (इससे अच्छा क्या)
■ कथ्य के साथ कविता (इससे अच्छा क्या)
*प्रणय*
4912.*पूर्णिका*
4912.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पुस्तक समीक्षा -राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
पुस्तक समीक्षा -राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कुछ लोग कहते हैं कि मुहब्बत बस एक तरफ़ से होती है,
कुछ लोग कहते हैं कि मुहब्बत बस एक तरफ़ से होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Subject-To err is human.
Subject-To err is human.
Priya princess panwar
*प्रेम कविताएं*
*प्रेम कविताएं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
बड़ा मन करऽता।
बड़ा मन करऽता।
जय लगन कुमार हैप्पी
शापित रावण (लघुकथा)
शापित रावण (लघुकथा)
Indu Singh
" मायने "
Dr. Kishan tandon kranti
कलम लिख दे।
कलम लिख दे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
दुआओं में शिफ़ा है जो दवाओं में नहीं मिलती
दुआओं में शिफ़ा है जो दवाओं में नहीं मिलती
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
प्रेम उतना ही करो
प्रेम उतना ही करो
पूर्वार्थ
"पुरानी तस्वीरें"
Lohit Tamta
आकाश भर उजाला,मुट्ठी भरे सितारे
आकाश भर उजाला,मुट्ठी भरे सितारे
Shweta Soni
" मानस मायूस "
Dr Meenu Poonia
पाती पढ़कर मीत की,
पाती पढ़कर मीत की,
sushil sarna
सुनो जरा कविता कुछ कहती है
सुनो जरा कविता कुछ कहती है
श्रीकृष्ण शुक्ल
इंतज़ार
इंतज़ार
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
*भारत*
*भारत*
सुनीलानंद महंत
My life's situation
My life's situation
Chaahat
Loading...