पढ़ लिया आपको ___ गजल/गीतिका
पढ़ लिया आपको जरा हमें भी पढ़ लीजिए।
क्या-क्या खामियां हैं हममें उजागर तो कीजिए।
तारीफ जितनी करें कम लगती है आपके व्यवहार की,
अच्छे बुरे शब्दों का हमारे लिए भी उद्गार दीजिए।।
जब से जाना है हमने तुम्हारी काबिलियत को।
इसकी सफलता का राज हमारे ऊपर भी वार दीजिए।।
नक्शे कदम पर चल पड़े हैं हम तो तुम्हारे ही।
अपने साथ लगा कर हमें भी ऊबार दीजिए।।
चाहते हैं चाहते रहेंगे सदा हम तुम्हें ए हमसफ़र
डूब न जाए मझधार हमें उस पार उतार दीजिए।।
तुम्हारे सहारे जी लेंगे हम भी जिंदगी अपनी।
हमें अपनी बाहों का कोमल हार दीजिए।।
समझ लिया हो गर तुमने हमारे जज्बात को।
ए मेरे दिलदार मेरी बात का ऐतबार कीजिए।।
राजेश व्यास अनुनय