Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2022 · 1 min read

पढ़ाई – लिखाई

पढ़ाई – लिखाई की अपेक्षित
पड़ती है हर एक मनुष्य को
पढ़ाई- लिखाई हम सबों को
पहुंचाते गम्य, गंतव्य पर हमे ।

पढ़ाई- लिखाई की दौड़ में
आज जो अनपढ़ रह गया
वह अपने इस जिंदगी में
खाते फिरेंगे समाघट, ठेस ।

पढ़ाई-लिखाई के बिन आज
चपरासी की भी नौकरी हमें
कभी भी ना मिल सकती है
इसके मांगती अनुपेक्ष्य ज्ञान ।

पढ़ाई लिखाई आज जो करता
उसका आने वाला कल हमेशा
करता रहता जगमग खुशियों से
पढ़ाई -लिखाई जीवन की उम्मीद ।

अमरेश कुमार वर्मा
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय, बिहार

Language: Hindi
617 Views

You may also like these posts

सच तो आज न हम न तुम हो
सच तो आज न हम न तुम हो
Neeraj Agarwal
स्वतंत्रता
स्वतंत्रता
surenderpal vaidya
हाई स्कूल की परीक्षा सम्मान सहित उत्तीर्ण
हाई स्कूल की परीक्षा सम्मान सहित उत्तीर्ण
Ravi Prakash
पानी से पानी पर लिखना
पानी से पानी पर लिखना
Ramswaroop Dinkar
जिन्दगी नाम हैं
जिन्दगी नाम हैं
ललकार भारद्वाज
माँ (Maa)
माँ (Maa)
Indu Singh
गीत- निग़ाहों से निग़ाहें जब...
गीत- निग़ाहों से निग़ाहें जब...
आर.एस. 'प्रीतम'
गले लगना है तो उसको कहो अभी लग जाए
गले लगना है तो उसको कहो अभी लग जाए
Jyoti Roshni
नाकाम मुहब्बत
नाकाम मुहब्बत
Shekhar Chandra Mitra
कब रात बीत जाती है
कब रात बीत जाती है
Madhuyanka Raj
प्यार वो नहीं है जो सिर्फ़ आपके लिए ही हो!
प्यार वो नहीं है जो सिर्फ़ आपके लिए ही हो!
Ajit Kumar "Karn"
*अंतस द्वंद*
*अंतस द्वंद*
Shashank Mishra
अपणै गांव नै मत भूलजौ
अपणै गांव नै मत भूलजौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कर्मों का फल
कर्मों का फल
Ram Krishan Rastogi
तुझसे दिल लगाने के बाद
तुझसे दिल लगाने के बाद
डॉ. एकान्त नेगी
"अगर"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
सत्य कुमार प्रेमी
4756.*पूर्णिका*
4756.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
लम्हा-लम्हा
लम्हा-लम्हा
Surinder blackpen
या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कंदमाता रूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै
या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कंदमाता रूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै
Harminder Kaur
गर्व और दंभ
गर्व और दंभ
Sanjay ' शून्य'
मूक संवेदना...
मूक संवेदना...
Neelam Sharma
आओ करें हम अर्चन वंदन वीरों के बलिदान को
आओ करें हम अर्चन वंदन वीरों के बलिदान को
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
If you're brave enough to say goodbye, life will reward you
If you're brave enough to say goodbye, life will reward you
पूर्वार्थ
समुंदर में उठती और गिरती लहरें
समुंदर में उठती और गिरती लहरें
Chitra Bisht
सौदा हुआ था उसके होठों पर मुस्कुराहट बनी रहे,
सौदा हुआ था उसके होठों पर मुस्कुराहट बनी रहे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
देख स्वप्न सी उर्वशी,
देख स्वप्न सी उर्वशी,
sushil sarna
कजरी
कजरी
Shailendra Aseem
आओ मिल दीप जलाएँ
आओ मिल दीप जलाएँ
Indu Nandal
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
Rj Anand Prajapati
Loading...