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28 Sep 2019 · 1 min read

पड़ने लगा अकाल

गल जाती है झूठ की, अब तो पल में दाल ।
सच्चाई का इस कदर, पड़ने लगा अकाल ।।

बाबुल का ये कर्म ही करता उसे महान ।
बेटी का निज हाथ से, करना कन्यादान ।।
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 200 Views
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