पग-पग पर है प्रबल परीक्षा आगे बढ़ते जाना है ! *************************
पग-पग पर है प्रबल परीक्षा
आगे बढ़ते जाना है ! *************************
धैर्य शील संयम अनुशासन,
को पाथेय बनाना है
चार कदम पर मंजिल ठहरी,
मंजिल हमको पाना है
राह कंटीली हों गिरी गह्वर ,
हमें नहीं घबराना है
पग-पग पर है प्रबल परीक्षा
आगे बढ़ते जाना है ! *************************
निश्चित होगी विजय हमारी,
साहस नहीं डिगाना है
तप कर काया कंचन बनती,
मेहँदी पिस कर रंग लाती
पिस-पिस तप-तप कर मिल जाता,
सुख का नया खजाना है
पग-पग पर है प्रबल परीक्षा
आगे बढ़ते जाना है ! *************************
हरकत से ही बरकत मिलती,
मेहनत मीठा फल देती
नन्हीं चीटी गिरकर उठती,
हर पल हमसे कह देती
मेहनत को हथियार बनाकर
हमको लड़ते जाना है
पग-पग पर है प्रबल परीक्षा
आगे बढ़ते जाना है ! *************************