Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Mar 2024 · 1 min read

“पँछियोँ मेँ भी, अमिट है प्यार..!”

पाँखुरी, घुटती, सिसकती रह गई,
जब गया, करता, भ्रमर गुँजार।
पवन पगली पा के थी हर्षित मगर,
सुरभि की महिमा है, अपरम्पार।।

लालिमा है क्षितिज की, कुछ कह रही,
उर मेँ वसुधा के, प्रबल उद्गार।
व्योम भी, आतुर हुआ है मिलन को,
शान्त, पर मन मेँ छुपाए ज्वार।।

शाश्वत है भाव बस इक, जगत मेँ,
ना किसी की जीत, ना ही हार।
कोई झुठलाए भी आख़िर कब तलक,
प्रीत का, होता नहीं व्यापार।।

चहचहाहट मेँ छुपी है भावना,
कुछ उलहना और कुछ प्रतिकार।
लौट आते साँझ को सब, डाल पर,
पँछियोँ मेँ भी, अमिट है प्यारl

नयन ढूँढें, शब्द के आधार को,
अधर सूखे, है विरह की मार।
मन को समझाऊँ भी “आशा” किस तरह,
कब हुए हैं स्वप्न सब, साकार..!

Language: Hindi
5 Likes · 6 Comments · 110 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
View all
You may also like:
खर्च कितना करें
खर्च कितना करें
मधुसूदन गौतम
लोगो का व्यवहार
लोगो का व्यवहार
Ranjeet kumar patre
*बोलें सबसे प्रेम से, रखिए नम्र स्वभाव (कुंडलिया)*
*बोलें सबसे प्रेम से, रखिए नम्र स्वभाव (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बारह ज्योतिर्लिंग
बारह ज्योतिर्लिंग
सत्य कुमार प्रेमी
प्रभु श्रीराम पधारेंगे
प्रभु श्रीराम पधारेंगे
Dr. Upasana Pandey
मंजिल-ए-मोहब्बत
मंजिल-ए-मोहब्बत
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
पुरुष चाहे जितनी बेहतरीन पोस्ट कर दे
पुरुष चाहे जितनी बेहतरीन पोस्ट कर दे
शेखर सिंह
खैरात में मिली
खैरात में मिली
हिमांशु Kulshrestha
कागज को तलवार बनाना फनकारों ने छोड़ दिया है ।
कागज को तलवार बनाना फनकारों ने छोड़ दिया है ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
नजरों से गिर जाते है,
नजरों से गिर जाते है,
Yogendra Chaturwedi
लक्ष्य प्राप्त होता सदा
लक्ष्य प्राप्त होता सदा
surenderpal vaidya
जंजीर
जंजीर
AJAY AMITABH SUMAN
जो हमें क़िस्मत से मिल जाता है
जो हमें क़िस्मत से मिल जाता है
Sonam Puneet Dubey
स्वप्न
स्वप्न
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ये ज़िन्दगी है आपकी
ये ज़िन्दगी है आपकी
Dr fauzia Naseem shad
मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं,
मेरी ज़रूरतें हैं अजब सी बड़ी, कि मैं,
Kalamkash
साजन तुम आ जाना...
साजन तुम आ जाना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
भूल गया कैसे तू हमको
भूल गया कैसे तू हमको
gurudeenverma198
...
...
*प्रणय*
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"फिर"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कहते हैं संसार में ,
कहते हैं संसार में ,
sushil sarna
आम पर बौरें लगते ही उसकी महक से खींची चली आकर कोयले मीठे स्व
आम पर बौरें लगते ही उसकी महक से खींची चली आकर कोयले मीठे स्व
Rj Anand Prajapati
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Santosh Khanna (world record holder)
ओ पथिक तू कहां चला ?
ओ पथिक तू कहां चला ?
Taj Mohammad
उम्र भर का सफ़र ज़रूर तय करुंगा,
उम्र भर का सफ़र ज़रूर तय करुंगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अगर दिल में प्रीत तो भगवान मिल जाए।
अगर दिल में प्रीत तो भगवान मिल जाए।
Priya princess panwar
एक दिन हम भी चुप्पियों को ओढ़कर चले जाएँगे,
एक दिन हम भी चुप्पियों को ओढ़कर चले जाएँगे,
पूर्वार्थ
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
तन को सुंदर ना कर मन को सुंदर कर ले 【Bhajan】
Khaimsingh Saini
Loading...