न रचो कोई चक्रव्यूह साधो
दिनांक 12/6/19
चक्रव्यूह
इन्सान रचता रहता है
चक्रव्यूह हमेशा
अपनों फंसाने के लिए
नहीं छोड़ता
कोई कसर मारने के लिए
कृष्ण भी तब पंगू थे
जब अभिमन्यु फंसा था
चक्रव्यूह में
अट्टहास लगाया कौरवों ने
असहाय थी एक माँ
मंथरा के चक्रव्यूह में
फ॔से थे राम
दशरथ का देहान्त
14 साल वनवास
भाईयों के बीच दूरियाँ
इसलिए बुरे होते है
हमेशा चक्रव्यूह
जीवन में सबक लो
इन चक्रव्यूहों से
परिवार में न रचो
कोई चक्रव्यूह
हो मान सभी का
चक्रव्यूह में फंस कर
नहीं पायी है
किसी ने सुख
शान्ति और संतोष
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल